अमित शाह ने भीमराव अंबेडकर के खिलाफ भाषण में बोली कुछ ऐसी बातें , जिसके कारण मायावती देशव्यापी आंदोलन करने का फैसला ले रही है : भीमराव अंबेडकर के खिलाफ बयान को लेकर आंदोलन करेगी BSP |
अमित शाह ने भीमराव अंबेडकर के खिलाफ एक बयान दिया जिसमें मायावती का कहना है कि यदि आप भीमराव अंबेडकर का दिल से सम्मान नहीं कर सकते तो उनके खिलाफ कुछ भी ना बोले | उनका कहना है कि आज भीमराव अंबेडकर के कारण ही SC,ST ,OBC वर्गों को संविधान में कानूनी अधिकार मिले हैं | उन्हीं के कारण आज दलित वर्ग को देश में सम्मान मिला है और उन्हें सात जन्मों का स्वर्ग मिला है |
देशव्यापी आंदोलन करने का ले रही है मायावती फैसला
डॉक्टर भीमराव अंबेडकर पर गृहमंत्री अमित शाह ने संसद में एक बयान दिया जिसके कारण यह सियासी हंगामा मचा हुआ है | BJP पर कांग्रेस के साथ सभी विपक्षी दल हमला कर रहे हैं |
समाज पार्टी की मुखिया और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने देशव्यापी आंदोलन करने का फैसला किया है | मायावती का कहना है कि देश में दलित व वांछित अन्य अपेक्षित के आत्म सम्मान की रक्षा करने के लिए डॉ भीमराव अंबेडकर ने बहुत बड़ा कदम उठाया था और उन्होंने देश में दलित वर्ग को सम्मान दिलवाया था |
यदि आप उनका आदर नहीं कर पा रहे हैं तो उनका निरादर भी न करें | इसलिए मायावती पूरे देश में सर्वव्यापी आंदोलन करने का फैसला कर रही है |
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डॉ भीमराव अंबेडकर का निरादर करने से लोगों को पहुंची आहत
मायावती का कहना है कि डॉ भीमराव अंबेडकर हमारे लिए परम पूजनीय है | उनका कहना है कि अमित शाह ने डॉ भीमराव अंबेडकर के खिलाफ बातें कही हैं भीमराव अंबेडकर का अनादर करने से लोगों के दिल को चोट पहुंची है |

देशव्यापी आंदोलन किया जाएगा 24 दिसंबर को
अंबेडकर के सहयोग में BSP ने मांग की है कि अमित शाह उनका बयान वापस ले और अपनी बोली हुई बात पर पश्चाताप करें | जिस पर अभी तक उनका कोई फैसला नहीं आया है |
ऐसे में BSP द्वारा की गई मांग को अमित शाह के द्वारा पूरी नहीं करने पर उन्होंने पूरे देश में इसके खिलाफ आवाज उठाने का फैसला किया है | उन्होंने भीमराव अंबेडकर के खिलाफ भाषण में बोली हुई बात के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन करने का फैसला किया है |
डॉक्टर भीमराव अंबेडकर दलित वर्ग के लिए एक मसीहा है
उनका कहना है कि डॉक्टर भीमराव अंबेडकर दलित वर्ग के लिए एक मसीहा है और भगवान के समान है | उन्होंने दलित वर्ग को देश में सम्मान का अधिकार दिलाया है |
जिन्होंने हमको समानता का अधिकार दिलाने के लिए इतनी मेहनत की है हम उनके खिलाफ निरादर की बातें नहीं सुन सकते | भीमराव के भीमराव अंबेडकर के सम्मान के लिए BSP पार्टी समर्पित है | उन्होंने कहा कि यदि डॉक्टर भीमराव अंबेडकर का आप सम्मान नहीं कर सकते तो उनका निरादर करने का भी कोई अधिकार नहीं है |
अमित शाह ने ऐसा क्या कहा था ?
17 दिसंबर को अमित शाह ने संसद में अपने भाषण में कुछ ऐसी बातें बोल दी थी जिसके कारण यह पूरा विवाद शुरू हो गया | राज्यसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान बोलते हुए अमित शाह ने जवाहरलाल नेहरू की कैबिनेट से अंबेडकर के स्थिति के बारे में बात कर रहे थे |
अमित शाह ने अपने लगभग डेढ़ घंटे के भाषण में लगभग एक घंटा 7 मिनट के आसपास अमित शाह ने अपने भाषण में कहा कि अभी एक फैशन हो गया है अंबेडकर ,अंबेडकर ,अंबेडकर | उन्होंने कहा कि जितना नाम आप अंबेडकर का लेते हो यदि इतना नाम भगवान का लेते तो अभी तक तुमको स्वर्ग मिल जाता |
अमित शाह ने अपनी इन सब बातों के माध्यम से कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा है कि अंबेडकर का नाम लेते हैं , अंबेडकर का नाम अभी सौ बार ज्यादा लोग अंबेडकर जी के प्रति आपका भाव क्या है , यह मैं बताता हूं |
देश की पहली कैबिनेटसे अंबेडकर जी ने इस्तीफा क्यों दे दिया ? गृहमंत्री अमित शाह ने कहा अंबेडकर ने कई बार कहा है कि वह अनुसूचित जातियों और जनजातियों के साथ जैसा व्यवहार किया जा रहा है उस व्यवहार से वह संतुष्ट नहीं है |
सरकार की विदेश नीति से वह सहमत नहीं है और वह अनुच्छेद 370 से भी सहमत नहीं है | इसलिए उन्होंने कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था | अमित शाह इधर भी नहीं रुके और उन्होंने जवाहरलाल नेहरू का एक बयान पढ़ते हुए निशाना साधा |
