केजरीवाल के लिए सीएम आतिशि ने खाली छोड़ी कुर्सी , यह संविधान का अपमान है बीजेपी ने कहा
जैसा कि हम सब जानते हैं की दिल्ली के CM केजरीवाल ने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया है और इस्तीफा देने के बाद उन्होंने ही CM आतिशि का नाम सीएम पद के लिए चुना | आतिशि को दिल्ली का CM बनाया | आतिशि ने CM पद की शपथ भी ले ली है |
आतिशि ने CM पद के सारे काम भी संभाल लिए हैं | उन्होंने दिल्ली की कमान हासिल करते ही एक बड़ा ऐलान किया है कि अभी कुछ महीनो में CM के लिए दिल्ली में चुनाव होंगे और केजरीवाल ही फिर से दिल्ली के सीएम बनेंगे | आतिशि ने केजरीवाल के लिए CM पद की कुर्सी भी खाली छोड़ दी है |
दिल्ली सचिवालय में सोमवार से आतिशि ने सीएम पद का कार्यभार संभाल लिया है | दिल्ली के CM पद का कार्य संभालने के तुरंत बाद आतिशि ने यह ऐलान किया है कि वह केजरीवाल के लिए यह कुर्सी खाली रखेंगे | उन्होंने अपने लिए टेबल पर एक अलग कुर्सी लगवा ली है |
उनका यह मानना है कि जब दिल्ली में चुनाव होंगे तब केजरीवाल फिर से दिल्ली के सीएम बनेंगे और वही इस कुर्ती पर बैठेंगे | दिल्ली के भाजपा पार्टी के अध्यक्ष का यह मानना है कि यह संविधान का अपमान है |
सीएम की कुर्सी आतिशि ने खाली क्यों छोड़ी

आतिशि का कहना है कि आज मेरे मन में भी वही दुविधा है जो बहुत साल पहले भरत के मन में थी | भरत ने राम जी के वनवास जाने के बाद सिंहासन पर उनकी खड़ाऊ रखकर शासन चलाया था | राम जी मेरे भी आदर्श हैं और मैं भी उन्हीं के दिखाई मार्गों का पालन कर रही हूं |
इसलिए मैंने भी केजरीवाल के लिए सीएम पद की कुर्सी खाली छोड़ी है क्योंकि वह बहुत सालों से दिल्ली के CM है और कई सालों से सभी लोगों की सेवा करते आ रहे हैं | उन्होंने यह भी कहा कि आगामी चुनाव में केजरीवाल बहुमत से जीत कर दिल्ली के सीएम बनेंगे और तब तक यह कुर्सी उनका इंतजार करेगी |
दिल्ली के भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि यह संविधान के खिलाफ होगा आप इस तरह कम सिएम की टेबल पर दो कुर्सियां नहीं रख सकते और उन्होंने यह भी कहा कि यह कोई आदर्श नहीं है यह साफ तौर पर चमचागिरी है |
आतिशि के पास 13 विभाग है
उन्होंने तेरा विभाग लोकनिर्माण विभाग ,बिजली , शिक्षा , राजस्व , वित्त ,योजना ,सेवाएं, सतर्कता , व जल सहित अपने रखे हैं |
