4 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया जो फेक आईडी बनाकर ऑनलाइन क्रिकेट बुक्की चलाते थे : पुलिस के द्वारा 7 लैपटॉप और 12 मोबाइल सहित 6 लाख रुपए की नगद राशि बरामद की गई |
ऑनलाइन गैंबलिंग के खिलाफ अपनाई गई नीति
पुलिस अधीक्षक अरशद अली के द्वारा जुआ सट्टा और ऑनलाइन गैंबलिंग के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई गई है | भादरा पुलिस के द्वारा इस नीति के तहत एक बहुत बड़ी कार्रवाई की गई है जिसमें उन्होंने फेक आईडी बनाकर क्रिकेट बुक्की की सत्ता में ऑफ रिकॉर्ड कम्युनिटी का कार्य करने वाले चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है |
पुलिस ने आरोपियों की जगह से 6 लाख रुपए की नगद राशि , 7 लैपटॉप और 12 मोबाइल भी बरामद किए हैं | उसके अलावा और अन्य जो भी सामान मिला , पुलिस के द्वारा वह सारा सामान भी बरामद कर लिया गया है |
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आरोपी अवैध तरीके से कमाए गए पैसों को कहां भेजते थे
पुलिस के द्वारा पूछताछ करने पर उन्हें यह बात पता चली है कि विदेश में निवासरित व्यक्ति से ऑनलाइन क्रिकेट आईडी लेकर जो भी उन्हें लाभ प्राप्त होता था वह राशि अवैध ( गलत तरीकों से ) रूप से टोकन की सहायता से आरोपी बाहर भेजते थे | यह कार्रवाई जिला विशेष टीम सेक्टर नोहर के सहयोग से की गई है |
क्योंकि आरोपियों के द्वारा यह राशि अवैध तरीके से देश से बाहर भेजी जाती थी इसलिए इस मामले में विदेशी विनियमन अधिनियम और विदेशी मुद्रा व्यवस्था अधिनियम की धाराओं के साथ आरपीजी व आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया जाएगा |
जिले में पुलिस अधीक्षक अरशद अली के द्वारा अवैध कामों को रोकने और नशीले पदार्थों का विनिमय पर रोक लगाने के लिए जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई गई है | इस मामले की जांच जीरो टॉलरेंस नीति के तहत की गई है |
सभी क्षेत्रों में इस नीति के तहत पुलिस कार्य करती है और इन नियमों का सभी लोगों से पालन करने का अनुरोध करती है | आम लोगों को इस मामले से संबंधित यदि कोई भी संदिग्ध घटना दिखाई देती है तो उन्हें इस बारे में पुलिस को जानकारी देने के लिए निर्देशित किया गया है ताकि पुलिस मामलों के खिलाफ कार्रवाई कर सके | ताकि ऐसे मामलों को जड़ से जिले में खत्म किया जा सके |

आरोपियों के बारे में जानकारी
भादरा पुलिस थाना के कार्यवाहक प्रभारी सी वीरचंद्र के द्वारा बनाई गई टीम के द्वारा इन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया | सोमवार को देर रात भादरा में स्थित एक मकान में पुलिस के द्वारा चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया |
इन आरोपियों को जिला विशेष टीम सेक्टर नोहर की सूचना पर गिरफ्तार किया गया है | इस मामले में चार आरोपियों कपिल पुत्र गयामलदास सिंधी , संदीप पुत्र राजकुमार नाई , प्रभु दयाल पुत्र सुभाष चंद्र खटीक, नरेश पुत्र महेश अग्रवाल को गिरफ्तार किया गया | इन सबको भादरा पुलिस के द्वारा गिरफ्तार किया गया है |
यह सब सट्टा की ऑनलाइन खाईवाली करते हुए गिरफ्तार हुए हैं | पुलिस के द्वारा इन आरोपियों के पास से 6 लाख रुपए ,7 लैपटॉप और 12 मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं और पुलिस के द्वारा चेक बुक पर किया गया लाखों करोड़ों का हिसाब भी बरामद किया है |
इस मामले में कार्यवाही किसके द्वारा की गई है
अब आगे इस मामले को पीलीबंगा पुलिस थाना प्रभारी भूप सिंह सहारण को सौंप दिया गया है | इस मामले में कार्यवाही पुलिस टीम में कार्यवाहक थाना प्रभारी वीर चंद ,कांस्टेबल सुभाष,मदनलाल व मोहनलाल के द्वारा की गई है | इस मामले में सबसे ज्यादा विशेष भूमिका जिला विशेष टीम सेक्टर नोहर की रही है |
आरोपी ग्राहकों को मुनाफे और नुकसान के चक्कर में डालकर मोटा मुनाफा कमाते थे
पुलिस ने इस मामले में पूछताछ की तो उन्हें यह बात पता चली कि आरोपी ऑनलाइन क्रिकेट सट्टे की आईडी देवेंद्र से खरीदते थे | देवेंद्र पहले अहमदाबाद गुजरात में रहता था और अब वह वर्तमान में सऊदी अरब में रहता है |
पहले देवेंद्र से क्रिकेट सट्टे की फेक आईडी खरीदते थे और फिर भादरा में आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों से क्रिकेट की फेक आईडी पर सट्टा लगवाते थे और उनसे पैसे लेते थे | आरोपी उन पैसों में से मुनाफा काटकर बाकी सारी राशि टोकन के जरिए विदेश में लगवा देते थे | पैसे लगवाने का यह तरीका पूरे तरीके से अवैध था | वह यह पैसे विदेश में देवेंद्र के पास भेजते थे |
आरोपी क्रिकेट की फेक आईडी बनाने के अलावा शेयर मार्केट की भी फेक आईडी बनाकर बाजार में ग्राहकों को बेच देते थे | इन सब फेक आईडी का पैसा बाजार में नहीं लगता है | यह टोकन के जरिए बाहर विदेश में भेजा जाता था | आरोपी ग्राहकों को यह फेक आईडी बेचकर अपने ही तरीके से उन्हें फायदे और नुकसान की बातें समझाकर ग्राहकों से बड़ी मात्रा में लाभ प्राप्त करते थे |
