BJP को हरियाणा में चुनाव से पहले बड़ा झटका , अशोक तंवर शामिल हुए कांग्रेस में
अशोक तंवर हरियाणा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद रह चुके हैं | अशोक तंवर कांग्रेस में एक बार फिर शामिल हो गए हैं | महेंद्रगढ़ में गुरुवार को राहुल गांधी की मौजूदगी में उन्होंने कांग्रेस का दामन थामा है | इसके दौरान मंच पर भूपेंद्र हुड्डा भी मौजूद थे |
वोटिंग से एक दिन पहले हरियाणा विधानसभा चुनाव के बीच BJP को बड़ा झटका लगा है | हाल ही में लोकसभा चुनाव सिरसा सीट से लड़ने वाले BJP नेता अशोक तंवर एक बार फिर कांग्रेस में शामिल हो गए हैं | महेंद्रगढ़ में गुरुवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की मौजूदगी में उन्होंने कांग्रेस ज्वाइन की | इससे पहले भी अशोक तंवर कांग्रेस में ही थे लेकिन उसके बाद कांग्रेस छोड़कर अशोक तंवर अलग-अलग पार्टियों में रह चुके हैं |
अशोक तंवर कांग्रेस में राहुल गांधी की मौजूदगी में हुए शामिल

गुरुवार को अहिरवारल के महेंद्रगढ़ में प्रचार करने पहुंचे राहुल गांधी ने मंच पर अशोक तंवर को कांग्रेस में शामिल करवाया | राहुल गांधी के अलावा इस दौरान मंच पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी मौजूद रहे |
कांग्रेस का हाथ थामने के बाद अशोक तंवर ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा को भी हाथ जोड़कर नमस्कार किया | यह भी बताया जा रहा है कि जब अशोक तंवर कांग्रेस में थे तब अशोक तंवर की भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ कभी भी नहीं बनी | दोनों के समर्थकों के बीच में मारपीट कई बार कार्यक्रम के दौरान हो चुकी है| इसी के चलते उन्होंने बाद में पार्टी छोड़ दी थी |
3 साल में अशोक तंवर ने चार बार बदली पार्टी
पिछले तीन साल के दौरान अशोक तंवर चार बार पार्टी बदल चुके हैं | कांग्रेस पार्टी छोड़ने के बाद नवंबर 2021 में उन्होंने सबसे पहले तृणमूल कांग्रेस ज्वाइन की थी उसके महज 5 महीने बाद अप्रैल 2022 में वह आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए | इसी साल उन्होंने जनवरी में बीजेपी का दामन थामा था | सिरसा सीट से उन्हें बीजेपी ने लोकसभा उम्मीदवार भी बनाया था |
अब 8 महीने के बाद अशोक तंवर चौथी बार पार्टी बदलते हुए कांग्रेस में वापस आ गए हैं | आपको यह बता दे कि अशोक तंवर कभी राहुल गांधी के करीबी हुआ करते थे |
अशोक तंवर 2014 में कांग्रेस अध्यक्ष बने थे
अशोक तंवर कांग्रेस के टिकट पर 2009 में सिरसा लोकसभा सीट से सांसद रह चुके | अशोक सम्राट 14 फरवरी 2014 को हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष बने थे | अशोक तंवर और पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के दलों में खुलेआम विरोध और टकराव देखा जाता रहा है | अशोक तंवर और हुड्डा समर्थको मैं दिल्ली में खुलेआम लाठी डंडे भी चले थे जिसमें तंवर घायल हो गए थे |
दोनों नेताओं के समर्थक सार्वजनिक कार्यक्रम में भी कभी एक साथ नजर नहीं आए | यही कारण है कि कांग्रेस का जिला संगठन आज तक खड़ा नहीं हो पाया | 2019 विधानसभा चुनाव से पहले उन्हेंअध्यक्ष पद से हटा दिया गया |
