पुलिस पर गौतस्करो के द्वारा भयानक फायरिंग की गई
गौतस्करो और पुलिस के बीच पुलिस चौकी से लगभग 5 किलोमीटर की दूरी पर मुठभेड़ हो गई | यह मुठभेड़ आधी रात को हुई थी | इस मुठभेड़ में दोनों ने एक दूसरे पर जमकर हमला किया |
बाद में पुलिस से डरकर बदमाश ट्रक छोड़कर वहां से भाग गए | इस ट्रक के अंदर लगभग 25-30 गौवंश भरे हुए थे | जंगल में बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए पहले सर्च ऑपरेशन भी चलाया गया था | इस सर्च ऑपरेशन में पुलिस टीम के हाथ कोई भी बदमाश नहीं आया लेकिन इस तलाशी में पुलिस को जंगल में 100 गौवंश मिले थे |
इन गौवंश को बदमाशों के द्वारा जंगल में इकट्ठा किया गया था | बदमाश इन सभी गौवंश को बूचड़खाना ले जाने वाले थे | यह पूरा मामला भरतपुर के सदर इलाके का है | इतना सब होने के बाद भी इस मामले में पुलिस के द्वारा कोई भी FIR दर्ज नहीं की गई है |
पुलिस को यह सूचना मिली थी कि गौवंश को ट्रक में भरकर ले जाया जा रहा है
पुलिस के द्वारा बताया गया कि उन्हें गौरक्षा दल के द्वारा रविवार रात को लगभग 12:30 बजे गौवंश की तस्करी की सूचना दी थी | झील पुलिस चौकी अंतर्गत खोहरा बछेना गांव के जंगलों में गौवंश को ट्रक में भरकर बदमाशों के द्वारा गौ वंश की तस्करी की जा रही थी |
जैसे ही पुलिस को गौ तस्करों की जानकारी मिलते ही पुलिस की टीम जंगल में पहुंची और सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया | बदमाशों ने पुलिस को देखते ही पुलिस की टीम पर फायरिंग शुरू कर दी | बदमाशों के फायरिंग शुरू करने के बाद पुलिस की क्यूआरटी टीम के द्वारा भी बदमाशों पर फायरिंग की गई जिसके तहत बदमाश पुलिस से डर कर ट्रक छोड़कर जंगल की तरफ भाग गए |
उसके बाद बदमाशों को ढूंढने के लिए पुलिस के द्वारा सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया | पुलिस ने सर्च ऑपरेशन के तहत पूरे जंगल में बदमाशों की तलाश की गई लेकिन पुलिस वालों के हाथ बदमाश तो नहीं लगे लेकिन उधर जंगल में पुलिस को 100 से ज्यादा गौवंश मिले जिनको बदमाशों के द्वारा ही जंगल में छुपाया गया था |
वह इन सभी गौवंश को इकट्ठा करके बूचड़खाना ले जाने वाले थे | गौवंश की तस्करी करने वाले बदमाश तो उधर से भाग निकले लेकिन उनके द्वारा जंगल में छुपाए हुए गौवंश पुलिस के हाथ लग गए |

पुलिस के द्वारा इस मामले में FIR दर्ज नहीं की गई
बलराम यादव सदर थाने के SHO है | उनके द्वारा बताया गया कि यह मामला अभी तक दर्ज नहीं किया गया है | इस घटना को घटित हुए 12 घंटे से भी ज्यादा हो गया है लेकिन फिर भी इस मामले में कोई भी एफआईआर दर्ज नहीं की गई है |
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पुलिस ने गोवंश को कहां भेजा गया
जो गौ वंश पुलिस को जंगल में मिले थे , उन्हें गौशाला में शिफ्ट कर दिया गया है | बदमाशों के द्वारा पुलिस की टीम पर फायरिंग करने और राज कार्य में बाधा डालने का मामला दर्ज किया जाएगा |
उन बदमाशों को ढूंढने की कोशिश की जा रही है | पुलिस ने जो गौवंश ट्रक से बरामद किए थे उन्हें भरतपुर की एक गौशाला में शिफ्ट कर दिया गया है | पुलिस को जो 100 से ज्यादा गोवंश जंगल में मिले थे उन्हें श्री कृष्ण गौशाला में शिफ्ट करवा दिया गया है |
गोवंश को तस्करी कर ले जाया जा रहा बूचड़खाने में
बदमाशों के द्वारा जंगल मेसन से ज्यादा गोवंश को एक जगह पर इकट्ठा किया गया था उन्हें भी पुलिस के द्वारा आजाद किया गया | पुलिस के क्यूआरटी टीम के हेड इंचार्ज के हेड कांस्टेबल के द्वारा बताया गया कि इन गोवंश को इकट्ठा करके बूचड़खाने में ले जाया जा रहा था | इन सबको मेवात के बूचड़खाने में ले जाया जा रहा था |
पुलिस टीम को गोवंश की तस्करी की सूचना किसके द्वारा दी गई
यह सूचना पुलिस टीम को गौ रक्षक दल के कार्यकर्ताओं के द्वारा दी गई थी | गौ रक्षक दल के कार्यकर्ता तुषार कुमार के द्वारा बताया गया कि उन्हें गांव के जंगल में गोवंश इकट्ठा होने की सूचना गांव में रहने वाले लोगों से मिली थी |
रात को लगभग 11:00 बजे उन्होंने अपने टीम के चार कार्य करता जंगल में इस मामले की जानकारी लेने के लिए भेजे थे |यह सूचना सही मिलने पर उन्होंने यह सारी जानकारी पुलिस को दी | पुलिस इस मामले की जानकारी लेने के लिए जंगल में गई |
जब पुलिस की क्यूआरटी टीम को जानकारी मिली कि जंगल में बदमाशों के द्वारा ट्रक पर गोवंशों की तस्करी की जा रही है , तब पुलिस की क्यूआरटी टीम जंगल में गई | वहां पर पुलिस को ट्रक में बदमाश गोवंशों की तस्करी करते हुए मिले |
बदमाशों ने पुलिस को देखकर पुलिस पर फायरिंग की तो पुलिस के द्वारा भी बदमाशों पर फायरिंग की गई जिसके दौरान बदमाश पुलिस से डर कर ट्रक छोड़कर भाग गए | पुलिस के द्वारा ट्रक में भरे हुए गोवंश और जंगल में इकट्ठा किए गए गोवशों को बचा लिया गया और उन्हें गौशाला में शिफ्ट कर दिया गया |
