तबाही से बाल बाल बची धरती क्या धरती खत्म हो सकती थी पृथ्वी के बिल्कुल पास से गुजरा एस्टेरॉयड

तबाही से बाल बाल बची धरती क्या धरती खत्म हो सकती थी पृथ्वी के बिल्कुल पास से गुजरा एस्टेरॉयड

तबाही से बाल बाल बची धरती क्या धरती खत्म हो सकती थी : पृथ्वी के बिल्कुल पास से गुजरा एस्टेरॉयड

आपको बता दें कि 16 सितंबर सोमवार को एक बड़े खतरे से हम बच चुके हैं|  सोमवार दोपहर करीब 2:15 बजे एस्टेरॉयड आरएन 16 पृथ्वी के बिल्कुल पास से गुजरा यह एस्टेरॉयड धरती से सिर्फ 16 लाख किमी दूर से निकला जो चंद्रमा की दूरी से लगभग चार गुना अधिक है | एस्टेरॉइड 2014 आर एन 16 की  चौड़ाई करीब 110 फिट है इसकी गति 104761 किलोमीटर घंटा थी|

यह एस्टेरॉइड अपोलो समय का हिस्सा है जो धरती के लिए एक बहुत बड़ा खतरा बन सकता था अपोलो समूह के एस्टेरॉयड पृथ्वी और सूर्य के बीच से गुजरते हैं इस कारण हो सकता है यह कभी-कभी पृथ्वी के बहुत करीब से भी गुजर सकते हैं |

वैज्ञानिकों ने रखी घटना पर पल-पल नजर

वैज्ञानिकों ने इस घटना पर नजर रखी आपको बता दें की पहली बार 1862 में खोजा गया था एस्टेरॉइड और इन्हें अपोलो स्टेरॉयड कहा गया

था | क्योंकि यह धरती के रास्ते के बिल्कुल पास से निकलते हैं और धरती के रास्ते को क्रॉस करते हैं  | इसके द्वारा उत्पन्न होने वाली किसी भी संभावित टकराव से भारी नुकसान अर्थात पृथ्वी खत्म भी हो सकती है अगर 110 फीट चौड़ा यह एस्टेरॉयड धरती से टकराता तो एक बहुत बड़ा विनाश हो सकता था |

पृथ्वी की इस बेहद निकटता को देखते हुई अंतरिक्ष एजेंसिया और वैज्ञानिकों ने इस घटना पर नजर रखी और स्थिति का आंकलन किया वैज्ञानिकों के अनुसार अंतरिक्ष वैज्ञानिकों का मानना है कि हम सोमवार को एक बहुत बड़े खतरे से बच गए हैं | 

 

क्या होते हैं एस्टेरॉइड 

एस्टेरॉयड ग्रह चट्टानी धात्विक या बर्फीले एक पिंड होते हैं जो सूर्य की परिक्रमा करते रहते हैं और हमारे सौरमंडल के निर्माण के अवशेष हैं इनका आकार क्षुद्र ग्रहों का आकार छोटा मलबे के ढेर से लेकर है काफी बड़े तक हो सकता है |

एक बौना ग्रह जिसका व्यास लगभग 1000 किलोमीटर है सबसे बड़ा शुद्र ग्रह वेस्टा लगभग 330 मिल चौड़ा है |

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